WHAT DOES SHIV CHALISA LYRICSL MEAN?

What Does shiv chalisa lyricsl Mean?

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मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

Whosoever gives incense, prasad and performs arti to Lord Shiva, with really like and devotion, enjoys materials contentment and spiritual bliss During this entire world and hereafter ascends to your abode of Lord Shiva. The poet prays that Lord Shiva eliminated the suffering of all and grants them Everlasting bliss.

किया तपहिं भागीरथ Shiv chaisa भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

कानन कुण्डल नागफनी के ॥ अंग गौर शिर गंग बहाये ।

कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥

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देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु shiv chalisa lyricsl आप निवारा॥

अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

संकट में पूछत नहिं कोई ॥ स्वामी एक है आस तुम्हारी ।

त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥

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